झाँसी/आकाश कुलश्रेष्ठ,
आर्य समाज मंदिर, प्रेम नगर, नगरा में चल रहे अथर्ववेद परायण यज्ञ के सप्तम दिवस पर प्रातः की वेला में यज्ञाचार्य आचार्य श्री राम किशोर मेद्यार्थी ने अथर्ववेद के मंत्रों की आहुति दिलाते हुए बताया कि ऋषि दयानंद ने संस्कार विधी में विवाह संस्कार के बारे विस्तार से बताया यदि मनुष्य विवाह के अनुसार चले तो जीवन सफल होगा।
आज यज्ञ के यजमान हरिशंकर एवं श्री मति उर्मिला साहू, शाम की वेला में रामकिशन एवं कस्तूरी देवी रही ।
जिला प्रधान राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि “मनुष्य जितना समय भगवान के ध्यान में लगाता है, प्रभु उसकी उम्र उतनी जरूर बढ़ाता है” ।
जिला आर्य समाज की संरक्षिका श्रीमती शकुंतला यादव ने अपने भजन ( जीवन के दिन चार पंछी उड़ जाना करले यतन हजार पंछी उड़ जाना ) से सभी को जीवन जीने का रस्ता दिखाया ।
इस अवसर पर बृजमोहन शर्मा, आर के सिंह, ज्योती यादव, सुधा यादव, अरुणा यादव, शिखा,भारत सिंह यादव, चंदन सिंह यादव, सरदार इंद्रपाल सिंह, जगदीश शर्मा, रमेश राय, हर प्रसाद यादव, चन्दन यादव,संगीता यादव, उमा विश्वकर्मा, आरती श्रीवास्तव, बीना शर्मा, सुधा विश्वकर्मा , सविता यादव, प्रभा यादव, करुणा यादव, अरुणा यादव रामगोपाल आर्य, रेखा नामदेव, अवधेश राय, मुन्नी देवी, ओम देवी शर्मा, रामदेवी साहू, सुमन साहू, कस्तूरी साहू, उर्मिला साहू, विजय राम ,राकेश नामदेव राजपूत,अरुण सक्सेना आदि उपस्थित रहे।

संचालन मंत्री जसवंत सिंह ने किया आभार इंजीनियर भारत सिंह द्वारा किया गया।