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जयपुर4 घंटे पहले
‘जनशत्रु’ हेनरिक इबसेन के नाटक ‘ऐन एनिमी ऑफ दि पीपल’ पर आधारित है जिसका बांग्ला में रूपांतरण देवव्रत आचार्य ने किया है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के सहयोग से जवाहर कला केंद्र में आयोजित भारत रंग महोत्सव (भारंगम) के चौथा दिन संदीप भट्टाचार्य के निर्देशन में नाटक ‘जनशत्रु’ का मंचन हुआ। नाटक ने भ्रष्टाचार से एकल युद्ध छेड़ने वाले नायक की कहानी को बयां किया गया। ‘जनशत्रु’ हेनरिक इबसेन के नाटक ‘ऐन एनिमी ऑफ दि पीपल’ पर आधारित है जिसका बांग्ला में रूपांतरण देवव्रत आचार्य ने किया है। शहर में एक जलस्रोत का निर्माण किया जाता है, जिसका पानी पीने से लोग बीमार पड़ने लगते हैं। डॉ. स्टॉकमैन पता लगाते है कि चमड़ा उद्योग से निकला गंदा पानी मिलने से यह विषाक्त बन गया है, वह अन्य लोगों को सचेत भी करते है। चमड़ा उद्योग स्टॉकमैन के ससुर का है और शहर का मेयर भी स्टॉकमैन का भाई है।

नाटक ने भ्रष्टाचार से एकल युद्ध छेड़ने वाले नायक की कहानी को बयां किया गया।
मेयर डॉ. स्टॉकमैन को अपना बयान वापस लेने को कहता है। दोनों भाईयों के संबंधों में खटास पड़ जाती है। स्टॉकमैन भ्रष्टाचार के खिलाफ एकल जंग छेड़ देते है। उन्हें शहर से निकालने की कोशिश भी की जाती है। ‘सबसे मजबूत इंसान वह है जो अकेला खड़ा होता है’ इसी सोच के साथ वह अपनी जंग जारी रखते है। यह एक यथार्थवादी नाटक रहा जिसमें लाइट व प्रोजेक्शन तकनीक का बेहतरीन संयोजन किया गया। गौरतलब है कि भारंगम के तहत 19 फरवरी, रविवार को शाम 6:30 बजे पियल भट्टाचार्य के निर्देशन में नाटक ‘पद्मकाया गाथा’ का मंचन होगा।
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