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उदयपुरएक घंटा पहले
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एनआरआई की जमीन से जुड़े विवाद में गिरफ्तार सस्पेंड डीएसपी जितेंद्र आंचलिया, निलंबित एसआई रोशनलाल सामरिया और दोनों दलालों सहित चारों आरोपियों को एसीबी ने शनिवार को विशेष अदालत में पेश किया। जहां से चारों को सोमवार तक रिमांड पर भेज दिया गया। इस दौरान एसीबी डिप्टी, एसआई, दलाल-नाथद्वारा पार्षद रमेश राठौड़ और दलाल मनोज श्रीमाली से तथ्यों को जुटाने का प्रयास करेगी। मामले में एक अन्य दलाल की तलाश भी की जा रही है। शनिवार शाम तक एसीबी ने पीसी रिमांड के अलावा कोई खुलासा नहीं किया। एसीबी के एएसपी पुष्पेंद्रसिंह ने बताया कि उदयपुर के एनआरआई ने नवंबर 2022 में एसीबी को शिकायत की गई थी।
मामले में एएसपी बजरंग सिंह शेखावत एवं एसीबी टीम ने एसआई सामरिया एवं अन्य आरोपियों की ओर से रिश्वत मांगने का सत्यापन किया था। इसके बाद आंचलिया को शुक्रवार शाम उदयपुर से गिरफ्तार किया गया था।
दूसरे परिवादी से भी एसीबी ने लिए बयान
निलंबित आरपीएस आंचलिया और एसआई सामरिया के खिलाफ अभी हुई कार्रवाई से पहले एसीबी ने उदयपुर में रहने वाले गिरीश मेहता के भी बयान रिकॉर्ड किए थे। एसीबी ने 19 जनवरी 2023 को मेहता और उनकी पत्नी डॉ. प्रिया मेहता को जयपुर बुलाया था। इसमें अपराध संख्या 507/ 2022 में थाना सुखेर के एसआई रोशनलाल के बारे में पूछताछ हुई। मेहता का आरोप है कि एक विवाद में आरोपी एसआई ने मामले को रफा-दफा करने के लिए उनसे चार लाख रुपए मांगे थे। इसमें से 10 प्रतिशत हिस्सा उसके पास रखने को कहा था, जबकि बाकी का पैसा डीएसपी आंचलिया को पहुंचाने की बात कही थी। मेहता ने आरोप लगाया कि उनके सामूहिक परिवार को बंटवारा कराने से लेकर निजी मामलों में दखल देने तक आरोपी आंचलिया की खास भूमिका रही है।
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