झाँसी : सड़कों पर खुले आम दौड़ रहे ओवरलोड आग के गोले, संभागीय परिवहन विभाग की संवेदनहीनता के चलते विभाग खुद आया बैकफुट पर, साथ ही रेलवे कार्यालय पर भी दबंग का कब्ज़ा l

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झाँसी- इन दिनों झाँसी की सड़कों पर आग के गोले बने माल वाहक ओवर लोड ट्रक खुले- आम सड़कों पर चलते दिखाई दे जायेंगे l
 सैकड़ों की संख्या में रेलवे माल गोदाम से खाधान्य एवं सीमेंट ढो रहे इन ट्रकों में से अनेकों ट्रक के पास न तो बीमा है न ही फिटनेस न ही प्रदूषण रहित प्रमाण पत्र, कुछ ट्रक के तो मालिक भी अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन ट्रक बिना मालिक के ही रेलवे माल गोदाम से गंतव्य की ओर जाते दिख जाते हैं l
किसके इशारे पर चलते है ये ट्रक ?
लगभग 40 से अधिक ट्रकों का मालिक साहू नामक एक व्यक्ति के इशारे पर इन अवैध रूप से चलने वाले उन सभी ट्रकों का संचालन किया जाता है, यह वही साहू है जिसके पास स्वयं के लगभग 40 से अधिक ट्रक हैं, उनमें से कई ट्रकों के सभी कागज पूर्ण नहीं हैं l JMK रोड लाइन्स के नाम से ऑल इंडिया परमिट लिखे ट्रक परिवहन विभाग के नियमों को ताक पर रखकर काली कलर की बॉडी में चल रहे सभी ट्रक ओवरलोड सड़कों पर दौड़ते दिखाई देते हैं, जबकि संभागीय परिवहन विभाग के नियमानुसार ट्रक की बॉडी को काले रंग के पेण्ट से पुतवाना वर्जित है फिर भी संभागीय परिवहन विभाग झाँसी के अधिकारियों का ध्यान उन ब्लैक पेंट ट्रक बॉडी पर नहीं जाता l
       सुविधा शुल्क लेकर बना दिया जाता “रैक वाहन” l
सैकड़ों की संख्या में चल रहे ट्रकों से प्रति ट्रक रु० 1000 /- प्रतिमाह के हिसाब से सुविधा शुल्क लेकर रैक वाहन लिखा एक पर्चा ट्रक के विंड ग्लास पर चिपका दिया जाता है जिससे संभागीय परिवहन विभाग या ट्रैफिक विभाग के दरोगा, मुंशी या सिपाही को यह लगे कि यह ट्रक सरकारी ड्यूटी पर है या किसी विभाग के अधिकारी ने इसे माल ढोने के लिए अधिकृत किया है, जबकि इस पर्चे पर किसी भी अधिक्रत अधिकारी की मुहर या हस्ताक्षर नहीं होते l यह कार्य भी पुलिस, ट्रैफिक और संभागीय परिवहन विभाग की आँखों में धूल झोंकने का कार्य मठाधीश बने रेलवे गोदाम के ठेकेदार साहू द्वारा ही किया जाता है l

रेलवे गोदाम कार्यालय एवं लांज पर भी कब्ज़ा l

  रेलवे कॉलोनी पास वेस्ट साइड स्थित रेलवे साइडिंग पास स्थित माल गोदाम परिसर में बने कार्यालय में जहाँ रेलवे के माल एवं माल गोदाम सम्बंधित अधिकारी एवं आपरेटर तथा माल सम्बंधित व्यापारियों के बैठने की व्यस्था होती है उस कार्यालय में कुछ स्थान छोड़कर बाकी स्थान पर भी 40 ट्रकों का मालिक उसी दबंग ठेकेदार साहू ने कब्ज़ा कर अपना आफिस बना लिया, जहाँ नेट, एंड्राइड एल.ई.डी. टीवी, फ्रिज, कूलर, के साथ कंप्यूटर आदि का भी उपयोग रेलवे को बिना बिजली के बिल का भुगतान किये मुफ्त की बिजली का उपयोग किया जाता है जिससे रेलवे को बिजली बिल में खासा नुकसान उठाना पड़ता है l

सुविधा शुल्क लेकर “नो एंट्री” टाइम में दी जाती ट्रक को “एंट्री” l

प्रातः 8 बजे से रात्रि 9 बजे तक भीड़-भाड़ वाले इलाकों या शहर के अंदर भारी वाहनों की एंट्री पर रोक होने के वाबजूद भी ट्रैफिक विभाग के आशीर्वाद से झाँसी शिवपुरी मार्ग स्थित बिहारी तिराहा से सभी माल वाहक ट्रकों को सुविधा शुल्क लेकर शहर के अंदर एंट्री दे दी जाती है जबकि आवास-विकास से रसबहार तिराहा, सीपरी बाजार पेट्रोल पंप के आस-पास एवं फ्लाई ओवर ब्रिज के दोनों ओर बनी सर्विस रोड पर काफी ट्रैफिक होता है तो वहीँ सड़क के किनारे फल, सब्जी वाले ठेले लगाकर अतिक्रमण तो करते ही हैं साथ ही ऑटो एवं तिपहिया वाहन चालक भी सड़क पर ही अपने वाहन खड़े कर सवारियों का इन्तजार करते रहते हैं जिससे कोई बड़ी दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है l

कई ट्रक के नहीं कोई कागज फिर भी चल रहे सड़कों पर l

  व्यापारियों के गोदामों पर सीमेंट, खाद्दान्य आदि ढो रहे 100 से अधिक ट्रकों में से कई ट्रको की लाइफ भी ख़त्म हो चुकी तथा कई ट्रकों के मालिक भी अब नहीं रहे फिर भी वह ट्रक प्रशासन, पुलिस को धत्ता दिखाते हुए खुले आम सड़कों पर घूम रहे है और इन पर संभागीय परिवहन विभाग की नजर नहीं पड़ रही, बड़ी अजीब बात है कि उन ट्रको के नंबर जग जाहिर हैं लेकिन संभागीय परिवहन अधिकारी तथा ट्रैफिक पुलिस की नजर उन गाड़ियों की नंबर प्लेट पर क्यों नहीं पड़ रही l

    खाद्य एवं रसद विभाग लिखे बैनर टाँगे ट्रक ढो रहे सीमेंट l

सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री एवं देश के प्रधानमंत्री की फोटो छपी, खाद्य एवं रसद विभाग जनपद झाँसी लिखे बैनर ट्रक के आगे लटका कर कुछ गाड़ियां उनमें सीमेंट भरकर ढोने का भी कार्य कर रही ताकि खाद्य एवं रसद ले जाने वाली गाड़ियों को किसी कीमत पर न रोका जाये l जबकि यह बैनर लगाने के आदेश तब हुए थे जब देश कोरोना की महामारी से गुजर रहा था, तब यह बैनर इसलिए लगवाए गए थे कि लॉक डाउन के समय खाद्य एवं रसद ले जाने वाले वाहनों को न रोका जाये और खान- पान की वस्तु न पहुंचने से कोई भी भूखा न रहे l किन्तु आज भी वही बैनर लगी गाड़िया धड़ल्ले से सीमेंट एवं अन्य सामन धोने का कार्य कर रही हैं ताकि इन गाड़ियों को ट्रैफिक विभाग या पुलिस विभाग द्वारा न रोका जाये l

 

संभागीय परिवहन विभाग भी आ चुका बैक फुट पर l

अवैध रूप से सिस्टम से चल रहे बाहुबली ट्रक ऑपरेटर की गुंडागर्दी इतनी बढ़ गई कि परिवहन के अधिकारीयों को भी चेकिंग के दौरान वापस लौटना पड़ा l
बता दें कि कुछ ही दिनों पूर्व संभागीय परिवहन विभाग के कुछ अधिकारी प्रेम नगर क्षेत्र स्थित माल गोदाम के पास उन गाड़ियों को चेक कर रहे थे जिनके परमिट समाप्त हो चुके थे या जिनकी फिटनेस ख़त्म हो चुकी थी, उन गाड़ियों को चिन्हित करने के बाद उन्हें सीज करने की कार्यवाही की जा रही थी तभी काफी ट्रक मालिक एवं ट्रक चालकों ने इसका विरोध करते हुए बहस बाजी करते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया, पर्याप्त पुलिस बल न होने के कारण विभागीय अधिकारीयों को बिना कार्यवाही करते हुए बैरंग वापस लौटना पड़ा l

अब देखना है कि जीरो टॉलरेंस वाली योगी सरकार में इस पर कोई कार्यवाही होती है या नहीं ?

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