वर्ल्ड पुलिस गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता इमरोज़ खान को डॉक्टर संदीप ने किया सम्मानित l
झाँसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई की पावन धरा झाँसी जो अदम्य साहस और शौर्य के लिए जानी जाती है। आज जिले की एक बेटी इमरोज खान ने वर्ल्ड पुलिस गेम्स में बॉक्सिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर एक बार पुनः यह सिद्ध कर दिया कि योग्यता किसी चीज की मोहताज नहीं होती है। बॉक्सिंग के खेल में इमरोज की 12 साल की यात्रा में उनकी शुरुआत झांसी से हुई थी इसके पश्चात उन्होंने रोहतक, बेंगलुरु और बाद में इंडिया कैंप में अपने खेल का प्रदर्शन किया जहां से वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए चयनित हुई और उन्होंने चयनकर्ताओं के फैसले को सही सिद्ध कर दिखाया। अमेरिका से लौटकर जनपद आगमन पर इमरोज खान का संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर तिलक व माल्यार्पण कर भव्य स्वागत एवं प्रशस्ति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इमरोज खान ने बताया उन्होंने अमेरिका के बर्मिंघम में 70 किलो वेट कैटेगरी में सेमी फाइनल में ब्राजील की प्रतिद्वंद्वी एवं फाइनल में अमेरिका की ही जेनेट जॉनसन को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। इमरोज़ खान 14 वर्षों से सीआईएसफ में सहायक उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं और वर्तमान में हरिद्वार में अपनी सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने बताया उन्हें अपने परिवार का भरपूर सहयोग मिला उनके परिवार के अधिकांश सदस्य बॉक्सिंग में ही विभिन्न स्तरों पर अपना प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय अपने माता-पिता को दिया। आगे उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की रुचि एवं योग्यता को ध्यान में रखते हुए उसे आगे बढ़ने का अवसर अवश्य देना चाहिए। कई बार माता-पिता अपनी इच्छानुसार बच्चों को उनकी रुचि से विपरीत क्षेत्र में धकेल देते हैं जिससे बच्चे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते।
इस अवसर पर डॉ० संदीप ने कहा “आज हम सभी संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर इमरोज को सम्मानित कर रहे हैं यह हम सबके लिए गौरव का विषय है। हमारे जिले की बेटियां विभिन्न क्षेत्रों में जनपद का नाम रोशन कर रही हैं ओलंपिक में शैली सिंह ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर झाँसी का गौरव बढ़ाया था और अब जिया यादव भी तैराकी प्रतियोगिता में बहरीन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने जा रही हैं। हमारा संगठन खेल क्षेत्र में भी युवाओं को अवसर प्रदान करने का कार्य कर रहा है आज झाँसी की बेटियों ने यह सिद्ध कर दिखाया कि उन्हें सही समय पर अवसर दिया जाए तो निश्चित रूप से वे किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकती हैं। मैं आशा करता हूँ हमारे जिले की बेटियां इसी तरह विश्व में झाँसी का गौरव बढ़ाती रहेंगी”।
इस अवसर पर इमरोज की माता शबमन बेगम, पिता मो. इशाद, फैजान खान भाई, चाचा हसीन अहमद, मामू मोहम्मद अवरोर के साथ संघर्ष सेवा समिति से सूरज वर्मा, नवीन गुप्ता, अजय गुप्ता, रविंद्र सिंह, मास्टर मुन्नालाल, बसंत गुप्ता, लवशिष, लविश अरोरा, अरुण पांचाल, दीक्षा साहू, सुशांत गेडा, महेंद्र रायकवार, राहुल रायकवार, राजू सेन, राकेश अहिरवार, आशीष विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।