पसूंद सरपंच पर अनियमितता व भ्रष्टाचार के आरोप | Allegations of irregularities and corruption on Pasund Sarpanch

author
0 minutes, 1 second Read
Spread the love

[ad_1]

राजसमंद43 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
पसूंद सरपंच के खिलाफ मनमर्जी से डंपिंग यार्ड के संचालन के विरोध में ग्रामीण हुए एकजुट।  - Dainik Bhaskar

पसूंद सरपंच के खिलाफ मनमर्जी से डंपिंग यार्ड के संचालन के विरोध में ग्रामीण हुए एकजुट। 

राजसमंद में पसूंद सरपंच के खिलाफ डंपिंग यार्ड के संचालन में अनियमितता व भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाई। पसूंद सरपंच अयान जोशी के खिलाफ राजेन्द्र टांक के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी डाॅ दिनेश राय सापेला को शिकायत दर्ज कराई। जिसमें ग्राम पंचायत क्षेत्र व आसपास के क्षेत्र में लगे मार्बल गैंगसा यूनिट से निकलने वाले मार्बल वेस्ट के लिए डंपिंग यार्ड बना हुआ है।

टांक के अनुसार इस मार्बल के डंपिंग यार्ड को पसूंद के पूर्व सरपंच देव किशन व निविदा धारक मनोज पुत्र मांगी लाल व मनोज पुत्र कैलाश चन्द्र के मध्य एग्रीमेंट दिनांक 30.1.2019 को हुआ। जिसके बाद सरपंच देव किशन का कार्यकाल पूरा हुआ व नए सरपंच के रूप में अयान जोशी नियुक्त हुए। उसके बाद डंपिंग यार्ड का संचालन सरपंच द्वारा किया जाने लगा और डंपिंग यार्ड से होने वाली लाखों रुपए की आय को पंचायत कोष मे जमा नहीं कराने पर ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत की। जिस पर कलेक्टर ने डंपिंग यार्ड स्वीकृति निविदा निरस्त कर दी।

इसके बाद सरपंच ने निविदा निरस्त के विरूद्ध हाई कोर्ट से स्टे आदेश प्राप्त कर लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच अयान को डंपिंग यार्ड का संचालन 30.1.2019 के एग्रीमेंट के अनुसार करना चाहिए। लेकिन सरपंच द्वारा मनमर्जी से डंपिंग यार्ड का संचालन कर लाखों रुपए का गबन किया जा रहा है।

डंपिंग यार्ड में 50 वाहन मार्बल स्लरी के आते हैं। जिसमें 6 व्हीलर वाहन से 400, 10 व्हीलर वाहन से 800 रुपए प्राप्त किए जाते हैं। इसके अलावा जब मार्बल स्लरी सूख जाती है तो पुनः यहां से मोरवी गुजरात सेरेमिक टाइल्स प्लांट में ट्रकों में भर के जाती है। जिसमें प्रत्येक गाड़ी के 500 रुपए देने पड़ते हैं। जिसका कोई हिसाब किताब नहीं है। ग्रामीणों ने मांग की कि डंपिंग यार्ड को बंद कर उचित जांच की जाए।

वहीं इस पूरे मामले को लेकर सरपंच अयान जोशी ने कहा कि जिस डंपिंग यार्ड को लेकर विरोध किया जा रहा है उसका मामला उच्च न्यायालय में चल रहा है । साथ ही ग्राम पंचायत द्वारा प्रशासन व उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन मांग रखा है । प्रशासन द्वारा जो भी आदेश दिए जाएंगे उसमें पूर्ण रूप से सहयोग किया जाएगा।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *