झाँसी : बी.आई.ई.टी. झांसी में दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम “उत्सव 2025” का हुआ भव्य आयोजन।

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@आकाश कुलश्रेष्ठ,

झाँसी – बुंदेलखंड इंजीनियरिंग कॉलेज (बी.आई.ई.टी.), झांसी में बहुप्रतीक्षित वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव “उत्सव 2025” का भव्य आयोजन किया गया, दो दिवसीय इस सांस्कृतिक महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि बिमल कुमार दुबे, मंडल आयुक्त झांसी के करकमलों द्वारा संपन्न हुआ|

संस्थान के निदेशक प्रो. जीतेन्द्र कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किए गए इस समारोह के अवसर पर मीडिया प्रभारी डॉ. सुनील कुमार राजपूत, छात्र क्रियाकलाप परिषद् के अध्यक्ष प्रो. यशपाल सिंह, एवं सांस्कृतिक उप परिषद् के प्रभारी अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलन कर समारोह की विधिवत शुरुआत की।

सभी अतिथियों एवं उपस्थित जनों ने पहलगाम हमले में वीरगति को प्राप्त हुए लोगों को श्रद्धांजलि स्वरूप दो मिनट का मौन रखा गया।

मुख्य अतिथि बिमल कुमार दुबे ने अपने प्रेरणात्मक संबोधन में छात्रों से कहा कि तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक मूल्यों को अपनाना जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी सांस्कृतिक विरासत को समझने, सहेजने और आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मंचों से छात्रों में नेतृत्व, अभिव्यक्ति और सामूहिक भावना का विकास होता है।

“उत्सव 2025” का मूल उद्देश्य युवाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहाँ वे अपनी रचनात्मकता, कला और भावनाओं को मुक्त रूप से अभिव्यक्त कर सकें। इस महोत्सव में नृत्य, संगीत, रंगमंच, रैंप वॉक तथा अन्य सांस्कृतिक गतिविधियाँ शामिल हैं जो विद्यार्थियों की विविध प्रतिभाओं को दर्शाती हैं।

प्रथम दिन की प्रस्तुतियों में शास्त्रीय नृत्य, लोक संगीत, रैंप वॉक और थीम आधारित नृत्य (जिसमें द्रौपदी की गाथा को भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया) ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इसके अलावा, फेक मीडिया पर आधारित लघु नाटिका ने हास्य और सामाजिक संदेश के संगम से दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों से यह सिद्ध कर दिया कि वे न केवल तकनीकी क्षेत्र में दक्ष हैं, बल्कि सांस्कृतिक मंच पर भी उनकी पकड़ सशक्त है।
“उत्सव 2025” न केवल बी.आई.ई.टी. का गौरव बढ़ा रहा है, बल्कि झांसी शहर की सांस्कृतिक गरिमा को भी एक नई पहचान दे रहा है। यह आयोजन आने वाले वर्षों में संस्थान की सृजनात्मक ऊर्जा और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बना रहेगा।
समारोह में डीन एकेडमिक्स प्रो. अभय कुमार वर्मा, कुलसचिव डॉ. विमल किशोर सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और बड़ी संख्या में विद्यार्थी इस शुभ अवसर पर मौजूद रहे।

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