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भरतपुर5 मिनट पहले
गोपालगढ़ थाना अधिकारी का वीडियो आया सामने बोले- जुनैद राजस्थान का इनामी बदमाश था।
भरतपुर के दो मुस्लिम युवकों नासिर और जुनैद को किडनैप कर हरियाणा ले जाने और बोलेरो के साथ जिंदा जलाने के मामले में राजस्थान पुलिस की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब भरतपुर के गोपालगढ़ थाने के एसएचओ राम नरेश का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। जिसमें वे कह रहे हैं मृतक जुनैद राजस्थान पुलिस का इनामी बदमाश था।
गोपालगढ़ थाना अधिकारी का ये वीडियो सामने आने के बाद एक बार फिर राजस्थान पुलिस सवालों के घेरे में है। आरोप है कि पुलिस पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कार्रवाई कर रही है। परिवार वालों ने पहले भी आरोप लगाया था कि उन्होंने 15 फरवरी को ही गोपालगढ़ थाने पहुंच कर मारपीट और किडनैप का नामजद मामला दर्ज कराया था। इसके बाद दोनों युवकों के अवशेष हरियाणा में जली हुई बोलेरो में मिले थे।

गोपालगढ़ थाना एसएचओ राम नरेश का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। जिसमें वे जुनैद और नासिर हत्याकांड को लेकर कई खुलासे कर रहे हैं।
वीडियो में क्या कहा गोपालगढ़ एसएचओ ने
वीडियो 3 दिन पहले का बताया जा रहा है। जिसे सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। बताया जा रहा है कि यह एक न्यूज चैनल का स्टिंग ऑपरेशन था। जिसमें एसएचओ राम नरेश ऑफ रिकॉर्ड रिपोर्टर से कह रहे हैं कि जुनैद 5 मामलों में वांछित था। वह राजस्थान पुलिस का इनामी बदमाश भी था।
सबूत मिटाने के लिए लगाई थी बोलेरो को आग
गोपालगढ़ थानाधिकारी राम नरेश यह भी कहते नजर आ रहे हैं कि कथित गौ-भक्तों ने सबूत मिटाने के लिए नासिर और जुनैद को बोलेरो कार में बैठाकर जिंदा जला दिया।
आरोपी रिंकू से पूछताछ जारी, मोनू मानेसर फरार
इस मामले की जांच कर रहे गोपालगढ़ थाना इंचार्ज राम नरेश ने बताया कि रिंकू सैनी से पूछताछ की जा रही है। रिंकू मामले में नामजद आरोपी था। उसे राजस्थान पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया था। मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा कथित गौ-रक्षक मोनू मानेसर उर्फ मोहित की अभी तक कोई लोकेशन नहीं मिली है।

गोपालगढ़ पुलिस का दावा है कि जुनैद राजस्थान पुलिस का इनामी बदमाश है। वीडियो में एसएचओ ये कहते नजर आ रहे हैं कि जुनैद पर 5 मामले दर्ज हैं। यह रिकॉर्ड गोपालगढ़ थाने का है।
गोपालगढ़ पुलिस के मुताबिक नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू राणा, अनिल मुरथल और विकास आर्य मुख्य आरोपी हैं। पुलिस ने कहा कि गौ-रक्षकों की जिंद की टीम अलग है और फिरोजपुर की टीम अलग है। दोनों टीमें अलग-अलग हैं। रिंकू सैनी नाम का आरोपी मोनू मानेसर की टीम का है, जिसे गिरफ्तार किया गया है।
गोपालगढ़ एसएचओ ने रिंकू सैनी को लेकर कहा कि रिंकू की गलती सिर्फ इतनी है कि इसकी सिर्फ लोकेशन हत्याकांड की जगह की मिली है। यह नौगांव आया था। रिमांड के दौरान रिंकू से पूछताछ की जा रही है। यह झूठ भी बोल सकता है। जिसने मोबाइल पर मैसेज किया वह कोई अलग व्यक्ति है।
एसएचओ ने कहा- उसने उसी गाड़ी का नंबर भेजा है। जिस बोलेरो कार में नासिर-जुनैद को जलाया गया है। रिंकू सैनी के नंबर पर मैसेज भेजा गया है, वह ऑन रिकॉर्ड है। उसे छुपाया नहीं जा सकता। इस मामले में CIA वाले नहीं थे, यह (हत्याकांड) तो इन्होंने (कथित गौरक्षकों) ही किया है।

जुनैद भरतपुर के घाटमीका गांव का निवासी था। पुलिस का एक वीडियो सामने आया है जिसमें कहा गया है कि नासिर और जुनैद घर से निकले तो गांव से ही उनके निकलने की सूचना लीक की गई थी।
नासिर-जुनैद गौ-तस्कर थे, जुनैद पर 5 मुकदमे
वीडियो में गोपालगढ़ एसएचओ यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि नासिर और जुनैद गौ-तस्कर तो थे। जुनैद करीब 5 मुकदमों में वांछित है। एसएचओ ने कहा कि जुनैद और नासिर के बारे में गांव से ही उनके निकलने की सूचना लीक की गई थी। गौ-रक्षकों को क्या पता कि जुनैद और नासिर घर से बोलेरो में निकले हैं। जुनैद राजस्थान पुलिस का इनामी भी है।

नासिर (सफेद शर्ट में) और जुनैद की फाइल फोटो।
एक की पिटाई से मौत हो गई थी
एसएचओ वीडियो में कहते दिखाई दे रहे हैं कि कथित गौ-रक्षकों ने नासिर जुनैद की पिटाई कर हरियाणा पुलिस के सुपुर्द किया, कहा- इन्हें पकड़ो। तो हरियाणा पुलिस ने इनकी कंडीशन देखकर कहा कि हम इनको नहीं लेंगे। जिंदा जलाने की वारदात इसी कारण हुई। एक तो पिटाई से खत्म हुआ। इन्होंने (कथित गौ-रक्षक) एविडेंस मिटाने के लिए पिटाई कर बोलेरो कार में डाला, फिर आग लगा दी। इस मामले में मास्टरमाइंड मोनू राणा है, वह भिवानी का रहने वाला है। घटना स्थल और भिवानी में ज्यादा अंतर नहीं है। जंगल की तरफ से रास्ता जाता है, वहां वारदात हुई।
बीजेपी सांसदों ने राजस्थान पुलिस पर उठाए सवाल
भरतपुर से बीजेपी सांसद रंजीता कोली ने राजस्थान पुलिस की कथित गौरक्षकों के परिवार के साथ कथित तौर पर की गई मारपीट को लेकर महिला आयोग को एक लेटर लिखा है। सांसद ने भरतपुर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भरतपुर सांसद रंजीता कोली की ओर से ये लेटर लिखा गया।
सांसद ने लेटर में लिखा है कि आरोपी श्रीकांत की तलाशी के दौरान भरतपुर पुलिस ने श्रीकांत के परिजनों से मारपीट की। श्रीकांत की पत्नी कमलेश को भी पीटा जिससे उसके पेट में पल रहे 9 महीने के बच्चे की मौत हो गई। यह एक जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है।

अलवर सांसद बाबा बालक नाथ ने इस मामले में गौरक्षकों और गो-सेवा से जुड़े संगठनों को टारगेट करने के आरोप लगाए हैं।
अलवर सांसद बाबा बालकनाथ ने कहा कि नासिर-जुनैद को लेकर हुआ हत्याकांड दुखद है, कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए था लेकिन पॉलिटिकल माइलेज लेने के लिए गोसेवा से जुड़े लोगों और संगठनों के नाम चुन-चुनकर लिखवाए गए हैं, यह गलत है।
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मुस्लिम युवकों को जलाने के मामले में पुलिस विवादों में:पिटाई से आरोपी की प्रेग्नेंट पत्नी के बच्चे की मौत, भरतपुर SP बोले- नहीं पीटा

दो मुस्लिम युवकों को जिंदा जलाने के मामले में राजस्थान और हरियाणा पुलिस विवादों में घिर गई है। राजस्थान पुलिस पर युवकों जलाने के आरोपी श्रीकांत की प्रेग्नेंट पत्नी से पिटाई करने का आरोप लगा है। पिटाई के बाद महिला के बच्चे की मौत हो गई। इधर, रविवार को पिटाई की बात को राजस्थान पुलिस ने खारिज कर दिया।
भरतपुर SP श्याम सिंह ने कहा कि पुलिस श्रीकांत के घर जरूर गई थी। वह मिला नहीं था। घर के बाहर से उसके दो भाइयों को पुलिस लेकर आई थी। पूछताछ के बाद दोनों भाइयाें को भी छोड़ दिया गया। (पूरी खबर पढ़ें)
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