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बाड़मेर17 मिनट पहले
बाड़मेर पुलिस गेमराराम को पोक्सो एक्ट मामले में अमृतसर से बाड़मेर लेकर पहुंची।
पाकिस्तान की जेल से रिहा होने के बाद गेगमराराम 27 माह बाद 14 फरवरी को वाघा अटारी बॉर्डर से भारत में एंट्री की। पंजाब से बाड़मेर पुलिस ने गेमराराम को पोक्सों एक्ट मामले में बाड़मेर लेकर आई और कोर्ट में पेश किया गया। गेमराराम का कहना है कि जेआइसी में उल्टा लटकाकर मेरे साथ मारपीट करते थे। गेमराराम ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान रेजर्स ने मुझे 6 माह तक फुल टॉचर्र किया गया। गेमराराम ने कहा कि 6 माह तक पता नहीं रहता था कि कहां से सूरज उग रहा है और कहां से सूर्य अस्त हो रहा है। इसके बाद कराची जेल में बंद कर दिया गया। पाकिस्तान जेल में 700 इंडियन बंद है। बहुत ही परेशान है और उनकी हालात पागल जेसी हो गई है।

बाड़मेर पुलिस पोक्सो एक्ट मामले में कोर्ट में करेगी पेश।
दरअसल, गेमराराम भारत-पाक बॉर्डर से सटे गांव कुम्हारों का टीबा का रहने वाला है। वह 4 नवम्बर 2020 की रात तारबंदी पार करके पाकिस्तान सीमा में चला गया था। पाक रेंजर्स ने उसे पकड़ लिया था। वह कराची जेल में बंद था। यहां बाड़मेर में बिजराड़ थाने में गेमराराम की गुमशुदगी भी दर्ज है। पाकिस्तान जाने के बाद से पिता जुगताराम परेशान थे। इससे वे बीमार हो गए। बेटे से मिलने की चाह में नवंबर 2021 को मौत हो गई। गेमराराम की रिहाई को लेकर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व सांसद एवं सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष मानवेंद्रसिंह व आरएलपी सुप्रीमों हनुमान बेनीवाल ने पैरवी की थी। इन 27 माह में पाकिस्तान जेल रहने के दौरान गेमराराम कई बार अपने परिवार को चिट्ठी भी लिखी थी। वहीं, बिजराड़ थाने में जनवरी 2021 में गेमराराम के खिलाफ पोक्सों एक्ट में मामला भी दर्ज है।
गेमराराम ने दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए कहा कि मैं भूलवंश तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान चला गया था। पाकिस्तान में मुझे पाक रेजर्स ने पकड़ लिया और 6 माह तक मेरे साथ मारपीट करने के साथ फुल तरीके से टॉर्चर किया। मेरी आंखो पर पट्टी बांधते थे। इसके बाद मारपीट करते थे। 6 महिने तक मुझे यह पता नहीं चलता था कि सूरज कहा से निकला है और अस्त कौनसी दिशा से हुआ है। पाकिस्तान की कराची जेल में 700 इंडियन है उनको जल्दी से जल्दी छुड़वाया जाए। 6 माह तक आंख पर पट्टी बांधकर रखते थे और पूछते यहां पर क्यूं आया है और किसने भेजा और क्यूं भेजा। उल्टा लटाकर मारपीट करते थे। हाथों और पेरों के नीचे की तरफ बहुत बुरी तरीके से मारते थे। 21 माह तक कराची जेल में रखा गया। जेल टॉर्चर नहीं करते थे। खाना अच्छा नहीं था और नॉर्मल खाना होते है। इंडियन के साथ में रखते थे। पाक जेल में बंद इंडियन के बुरे हाल है और रोते हुए बोलते थे कि मीडिया में जाकर बताता हमारे हाल।
पकड़े जाने के डर से भागा, तारबंदी की क्रॉस
गेमराराम का गांव की युवती से प्रेम- प्रसंग था। 4 नवंबर 2020 की रात वह प्रेमिका के घर गया था। इसी दौरान युवती के घरवाले जाग गए और उसे देख लिया। डर के मारे वह वहां से भाग गया। उसे यह पता नहीं लगा कि वह किस तरफ भाग रहा है। तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान की सीमा में चला गया था। गेमराराम के प्रेम- प्रसंग को लेकर उसके परिजन इनकार करते रहे, लेकिन अब खुद उसने चिट्ठी में जिक्र करते हुए लिखा है कि वह युवती से बहुत प्यार करता था।
जनवरी 2021 में हुआ था पोक्सो मामला दर्ज
नाबालिग बच्ची के साथ बच्ची के परिवारों वालों के देखने के बाद गेमराराम वहां से तारबंदी की तरफ भागा और तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान चला गया। पीछे नाबालिग बच्ची के परिजनों ने जनवरी 2021 में गेमराराम के खिलाफ बिजराड़ थाने में पोक्सों में मामला दर्ज करवाया था। अब पुलिस ने भारत में एंट्री करने के बाद गेमराराम को हिरासत में लिया है। शनिवार को पुलिस बाड़मेर लेकर पहुंची है।
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