झाँसी। दुर्ग के समीप स्थित मुक्ताकाशी मंच पर रविवार को जय माँ संतोषी दिव्य दरबार, पंचवटी द्वारा भव्य भजन संध्या का आयोजन श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज अख्तर ने अपनी मधुर एवं भावपूर्ण प्रस्तुतियों से भक्तों को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु “जय माँ संतोषी, जय भवानी-जय शिवाजी” के जयकारों से वातावरण गुंजायमान करते रहे। इस आयोजन में उपासक पिंकी कुशवाहा एवं उनकी समिति ने सेवा, प्रार्थना और समर्पण का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। माता-पिता सहित संपूर्ण समिति का योगदान कार्यक्रम की सफलता में उल्लेखनीय रहा।
मंच पर भजनों और काव्य यात्रा के विविध रंगों ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद से भर दिया।
विशेष अतिथि डॉ. संदीप सरावगी ने मंच पर पहुँचकर शहनाज अख्तर का भव्य सम्मान किया और अपने उद्बोधन में कहा भक्ति केवल आराधना नहीं, यह आत्मा की ऊर्जा है। माँ संतोषी जैसे दिव्य दरबारों में होने वाले आयोजन समाज को एकता, प्रेम और शांति का संदेश देते हैं। बुंदेलखंड की मिट्टी में भक्ति का भाव गहराई तक रचा-बसा है, जिसे ऐसे कार्यक्रम और सशक्त बनाते हैं। रविवार को हुए समापन सत्र में देर रात तक भजन संध्या का सिलसिला चलता रहा। भक्तगणों ने भजनों के साथ भक्ति, शांति और संतोष का अनुभव किया। इस भव्य कार्यक्रम की क्षेत्रवासियों ने हृदय से सराहना की।
इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति से मनोज रेजा, सिद्धांत गुप्ता, संदीप नामदेव, अनुज सिंह, बसंत गुप्ता, सुशांत गेड़ा, भूपेन्द्र रायकवार आदि उपस्थित रहे।