@आकाश कुलश्रेष्ठ,
झाँसी। वंदे भारत एक्सप्रेस में झांसी स्टेशन पर यात्री से मारपीट प्रकरण पर विपक्षियों द्वारा मुद्दा बनाने से राजनीतिक गलियारों व सोशल मीडिया में मची हलचल के बाद बबीना विधानसभा से भाजपा विधायक राजीव सिंह पारीछा ने गुरुवार को चुप्पी तोड़ते हुए मीडिया से रू-ब-रू होकर जनता के समक्ष अपना पक्ष रखा।
विधायक ने कहा, “यह घटना बेहद दुखद है और इससे मेरी सार्वजनिक छवि को काफी नुकसान हुआ है। पूरे घटनाक्रम में मेरा कोई हाथ नहीं था। कुछ लोग जान बूझकर मुझे बदनाम कर मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि घटना के वक्त कुछ यात्री, जो भोपाल से मेरे साथ ट्रेन में सवार हुए थे, वे लगातार मुझसे और मेरे परिवार से अभद्रता कर रहे थे। मैं उन लोगों की बातों को नजरअंदाज करता रहा। मैंने इसे एक खराब यात्रा अनुभव मान कर चुप्पी साध ली थी। मगर वे लोग बार-बार उलझने और उकसाने का प्रयास कर रहे थे।”
विधायक ने मीडिया पर भी नाराजगी जताते हुए कहा, “मीडिया के कुछ साथियों ने मुझसे बात तो की लेकिन मेरा पक्ष जनता के सामने नहीं रखा। मुझे बिना वजह खलनायक दिखाने की कोशिश की गई। हालांकि मैं मीडिया का आभार भी प्रकट करता हूं कि आखिरकार मेरा पक्ष भी सुना और जनता तक पहुंचाया गया।”
राजीव सिंह ने बताया कि जब यात्रियों ने मुझसे अभद्रता की, तो उनके गनर ने झांसी में संबंधित लोगों को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन किसी ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। विधायक ने बताया कि उन्होंने बाद में उन यात्रियों से बात कर इस घटना के लिए खेद जताया। उन्होंने कहा, “उन लोगों ने मुझसे कहा कि मेरा व्यवहार इतना शालीन था कि उन्हें शक हुआ कि मैं फर्जी विधायक हूं। जबकि मैं तो अनुशासन प्रिय भारतीय जनता पार्टी का एक सिपाही हूं। लेकिन कुछ लोग राजनीति की मर्यादा भूलकर ऐसी घटनाएं कर बैठते हैं।”
विधायक राजीव सिंह पारीछा ने कहा, “इस पूरी घटना में कुछ ऐसे लोग भी शामिल थे, जिन्हें राजनीति की मर्यादा और गरिमा का कोई ख्याल नहीं था। उन्होंने माहौल को खराब किया। इस प्रकरण से मुझे बहुत आघात पहुंचा है। मैं फिर कहूंगा कि घटना नहीं होनी चाहिए थी। मैं अपनी और अपने समर्थकों की ओर से खेद प्रकट करता हूं।”
उन्होंने कहा कि घटना दुर्भाग्य पूर्ण थी। लेकिन वह दोषी नहीं। उनके साथ अन्याय हुआ, उनके परिवार के सामने उन्हें जलील किया गया। फिर भी वह शान्ति बनाए रखे रहे। मारपीट पर उन्होंने कहा कि उनके समर्थक थे जो उनका सामान उठाने आए थे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वह उग्र हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि उनका परिवार विदेश गया था। उन्हें लेने के लिए वह एयर पोर्ट पहुंचे थे। यहां वंदे भारत में उनका रिजर्वेशन था। लेकिन रिजर्वेशन में सीट अलग अलग होने पर उन्होंने जिनके साथ घटना हुई उनसे निवेदन किया कि उनकी सीट एक पीछे है हम सब लोग साथ है खाना भी खाना आप हमारी पीछे की सीट पर चले जाओ। इस पर उसने मना कर दिया और मुझे फर्जी विधायक बोला मेरे परिवार के साथ अभद्रता की। विधायक ने कहा आप लगातार जारी हो रहे सीसीटीवी फुटेज देख कर अंदाजा लगा सकते है कि वह लगातार मुझे अग्रेसिव कर रहा ओर मैं शान्ति से बात कर रहा हूं। विधायक ने कहा इसकी सूचना मेरे समर्थकों को कैसे लग गई यह नहीं पता मैने सोचा मेरे समर्थक मुझे लेने आए लेकिन वह आक्रोशित थे और मारपीट हो गई।
उन्होंने कहा मेरा पक्ष मीडिया ने नहीं रखा लेकिन अब लगातार वीडियो वायरल होने पर सब सामने आ रहा। उन्होंने कहा आप सब लोग वीडियो में देख सकते है मैं गलत नहीं हूं। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस मुद्दा विहीन है इसलिए उन्होंने उसे बड़ा मुद्दा बनाकर मेरी छवि धूमिल कर दी। बबीना विधायक ने कहा कुछ राजनीतिक लोग हैं जो इस मामले को जबरन तूल ते रहे है। उन्होंने कहा कि जिनके साथ घटना हुई उनकी ओर मेरी फोन पर वार्ता हुई है उन्हें भी कष्ट है कि आखिर यह हो कैसे गया। विधायक ने कहा उन्हें पुलिस पर पूरा विश्वास है जांच में सब सामने आएगा कि आखिर कौन नेता है कौन पार्टी का व्यक्ति है जो मेरी छवि धूमिल कराने का प्रयास किया।
गौरतलब है कि इस घटना के बाद भाजपा ने विधायक से सात दिन के भीतर जवाब तलब किया है। वहीं, विपक्ष ने इसे सत्ता पक्ष की गुंडई करार देते हुए, सोशल मीडिया तक भाजपा को घेरा था।