झाँसी। महारानी लक्ष्मीबाई के जन्म दिवस के अवसर पर 19 नवम्बर की सुबह 11 बजे संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर समिति के सभी कार्यकर्ताओं के साथ उनका जन्मदिवस सूक्ष्म के रूप से मनाया।
महारानी लक्ष्मी बाई को प्रथम स्वाधीनता संग्राम की दीपशिखा कहा जाता है। उन्होंने अपने साहस और रण कौशल के दम पर अंग्रेजों को झुकने के लिए मजबूर कर दिया था महारानी लक्ष्मीबाई पूरे विश्व में महिला सशक्तिकरण का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। प्रत्येक वर्ष उनका जन्मदिवस कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है लेकिन पिछले दिनों जनपद के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड के कारण जनपद के साथ पूरा देश शोक की लहर में डूबा हुआ है। इस कारण इस वर्ष झांसी की रानी के जन्मदिवस का यह कार्यक्रम सूक्ष्म रूप में मनाया गया।
वहीं मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड से काल कलवित हुए नवजातों के लिए सांय 4:00 बजे श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया। जिसमें समिति के कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती जलाकर सभी नवजातों के लिए 2 मिनट का मौन रखा और ईश्वर से प्रार्थना की कि उन्हें वह अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें l
इस अवसर पर शिवानी कुशवाहा, लाखन पहलवान, नीरज गुप्ता, संजय पहलवान, महेंद्र रायकवार, आशीष विश्वकर्मा, अरुण पांचाल, के. वी श्रीवास, लालाराम, घमंडी लाल, सुशील, नीटू दुबे, शिवम, संदीप नामदेव, अच्छेलाल, पिंकी कुशवाहा, राहुल, दीक्षा साहू आदि उपस्थित रहे ।