झाँसी- वैसे तो स्कूल शिक्षा के मंदिर होते हैं जहाँ माँ सरस्वती की शिक्षा दी जाती हैं, सभी स्कूल में सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जाती है, साथ ही निजी स्कूलों की महँगी फीस, ड्रेस, हर वर्ष कोर्स बदलने वाली किताबों का बोझ, एक्टिविटी चार्ज आदि के साथ अन्य चार्जों का बोझ उन बच्चों के माता-पिता पर तो पड़ता ही है लेकिन अगर उन बच्चों के गार्जियन ने कोई सवाल या शिकायत स्कूल प्रशासन से की तो उसका खामियाजा उस स्कूल के छात्र एवं उनके माता पिता को उठाना पड़ता है l
इसी के चलते झांसी – शिवपुरी रोड स्थित एक स्कूल में अध्यनरत छात्र के पिता ने जिलाधिकारी को शिकायत में बताया कि उनकी दो बेटियां हैं जो दोनों बेटियां झांसी प्रतिष्ठित स्कूल की छात्रा है जो कि पिछले 6 वर्ष से इस स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं किंतु पिछले 6 माह पूर्व करीब 50-60 अभिभावक स्कूल के प्रबंधक से मिलकर अपनी समस्याएं रख रहे थे समस्याओं में विद्यार्थी से रु० 3000 /- का एक्टिविटी चार्ज के नाम पर लिया जा रहा था किंतु कोई भी एक्टिविटी नहीं कराई जा रही थी l
इसके बाद वह अभिभावक प्राचार्य एवं प्रबंधन से भी मिले इस पर अभिभावकों ने अपने बच्चों की छोटी-छोटी जैसे पीने का पानी साफ न होना, टॉयलेट साफ ना होना पंखा नहीं चलना जैसी समस्या बताईं, जिस पर प्रबंधक की अभिभावकों से कहा सुनी हो गई एवं अभिभावक वापस चले गए उसके पश्चात एक अभिभावक को फोन करके बुलाया गया एवं अपने बेटी का टी.सी. कटवाने को कहा गया तो अभिभावक ने कहा कि इसमें बच्चों की क्या गलती है इस पर प्रबंधन ने कहा की बदतमीजी आपने की है और अब आपके बच्चे इस स्कूल में नहीं पढ़ेंगे आपको टी.सी. कटवानी ही पड़ेगी l
अभिभावक ने दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी बताया की विद्यालय द्वारा नोटबुक, फीस बुक दी गई जिसके द्वारा उन्होंने तीन माह अप्रैल, मई एवं जून की दोनों बच्चों की फीस जमा की तथा ड्रेस किताबें कॉपी आदि सब ले लिया है और यह लोग हमारे बच्चों को ना ही स्कूल आने दे रहे हैं नहीं पढ़ने दे रहे हैं और अब स्कूल वाले साफ मना कर रहे हैं कि अपने बच्चों का टी.सी. ले लो और किसी अन्य विद्यालय में पढ़ाओ l
इसके साथ ही नवचेतन फॉउंडेशन द्वारा भी बच्चो एवं अविभावक एवं स्कूल प्रशासन के बीच मध्यस्थता कर बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने के लिए जिलाधिकारी झाँसी, बी.एस. ए. झाँसी एवं डी.आई.ओ.एस. को भी प्रार्थना पत्र दिया l
वहीँ इस सब मामले की जानकारी संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी झाँसी ने उचित निर्देश दिए तथा डी.आई .ओ .एस रति वर्मा ने भी निर्देश दिए की स्कूल में होने वाली परीक्षा देने से किसी भी छात्र – छात्रा को रोका नहीं जाना चाहिए l